श्री राम के वंशज के साथ यह कैसा अन्याय | Shri Ram Ke Vanshaj ke sath yah Kaisa Anyay
श्री राम के वंशज के साथ यह कैसा अन्याय, उधर हो रहा मंदिर का मंदिर का उद्घाटन, इधर-उधरने पर बैठने की तैयारी खानदान क्या मोदी योगी सुनेंगे क्षत्रियों का डिमांड,22 जनवरी से पहले ऐसा क्यों होने वाला है जिसकी बधाई साधु संतों की चिंता क्या राम मंदिर निर्माण में हुआ 1450 करोड़ का घोटाला, आनंद मोहन का दवाा सनन टेंशन में आए बड़े-बड़े राजनेता
भगवान राम के वंशजों के साथ एक ऐसा न्याय हो रहा है, प्रभु श्री राम आज धरती पर होते, तो क्या सोचते जीस रघुवंश को निभाने के लिए और क्षत्रिय धर्म को पालन करने के लिए,श्री राम ने वन 14 साल बिताए,वही क्षत्रिय समाज आज प्रधानमंत्री मोदी से राम मंदिर उद्घाटन से पहले तीखा सवाल पूछ रहा है, वह समाजआने वाले दिनों में धरने पर बैठने की तैयारी में है, क्योंकि उन्हें राम मंदिर बनेे में बहुत ही खुशी है, बस एक बात से आपती है, और वह बात है श्री राम मंदिर भूमि के ट्रस्ट जिसके बारे में पहले बताते हैं क्या राम मंदिर निर्माण में 1450 करोड़ का घोटाला हुआ है
राम मंदिर के वेबसाइट देखी तो पता चला इसमें अध्यक्ष समेत कुल 15 लोग हैं जिसमें से 9 अस्थाई सदस्य है| इनं अस्थाई सदस्यों में से एक दलित और आठ पंडित है इसके अलावा और भी सदस्य हैं,क्षत्रियों का डिमांड है कि इसमें हमारी जाति से क्यों नहीं है| हालांकि Cm योगी भी क्षत्रिय है| पीएम मोदी के बाद Cm योगी का ही योगदान है
लोगों से कहना है जब इतिहास लिखा जाएगा, उसमें हमारा नाम कहां शामिल होगा, क्या यह बात सरकार हमें बताएगी, हो सकता है कि इस बात पर भी विचार हो, क्योंकि जब ट्रस्ट का गठन हुआ था तभी इस तरह के सवाल उठाते थे क्योंकि इसमें भी बड़ा सवाल यह है क्या राम मंदिर निर्माण में 1450 करोड़ का घोटाला हुआ है,
बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह सवाल उठाते हुए पूछ रहे है ,श्री राम के वंशज यह पूछ रहे हैं कि ट्रस्ट में हमें जगह क्यों नहीं मिली जो चंदा हुआ है उसमें 5 करोड़ से ज्यादा की राशि राजा राजवाडो ने दी होगी फिर,उन्हे जगह क्यों नहीं मिल रही, मुझे याद है वह वक्त जब राम मंदिर का निर्माण के नाम पर हिट इकट्ठी हुई थी, उसे वक्त कई लोगों ने पैसे भी दिए थे, तब विश्व हिंदू परिषद के एक सदस्य ने कहा था कि करीब 1450 करोड़ रुपए ये लोग खा गये. आनंद मोहन का इशारा मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों से था,
जिसका मतलब यह हुआ कि जो यह मंदिर बन रहा है वह इस बातों से कोई लेना तो नहीं है, वह इट कहां गई,कया हुवा,यह सवाल भी कई लोग पूछ रहे हैं, इसका जवाब हर किसी को जरूर मिलेगा, क्योंकि पीएम मोदी ऐसे भी कहते हैं ना खाऊंगा ना खाना दूंगा, तो फिर राम मंदिर के नाम पर अगर कोई कुछ गलत किया है, तो उसे उसकी सजा जरूर मिलेगी, अगर सरकार के पकड़ से अगर वह लोग बच भी गए, तो वैसे लोगों को कभी भगवान माफ नहीं करेगा
भगवान का नाम पर आप चंदा इकट्ठा करके आप गलत करेंगे तो इसकी सजा आपको जरूर मिलेगी, हालाकि किसके साथ कया होगा ये सब कुछ पहले से तय है, ऐसा धर्म के मानने वाले लोग कहते है की कुछ लोग ये भी कहते है की अयोध्या के नियम को इस तरह से ट्रस्ट ने 15 सदस्य बनाया गया है वह भी ठीक नहीं है क्योंकि आने वाले दिनों में अयोध्या का अध्यक्ष किसी मुस्लिम को बनाया गया तो वह नियम कैसे होगा,क्योंकि ट्रस्ट के सदस्य होने के लिए हिन्दु होना अनिवाज है,
तो ऐसे सवाल उठाने वाले लोगों के लिए सरकार ने पहले ही इंतजाम कर दिया है, उस स्थिति में ADSNAL DM उसके सदस्य होंगे, हालांकि अगर दोनों हिंदू नहीं हुए, तो क्या होगा, इसका प्रावधान शायद नहीं किया गया है,ऐसे में क्षत्रिय समाज की ओर से जो लोग सवाल उठा रहे हैंकी ट्रस्ट में हमारा प्रतिनिधित्व क्यों नहीं है, उससे आप क्या कहना चाहते हैं कमेंट में जरूर बताएं|